(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां (खीरी )जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में अमर शहीद सरदार भगत सिंह की 116वीं जयंती भव्यता के साथ मनाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि भगत सिंह भारतीय युवा शक्ति के अद्भुत प्रेरणा स्रोत है। ज़ब तक यह देश रहेगा,भगत सिंह का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जायेगा।भगत सिंह ने लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए अंग्रेज पुलिस अधिकारी सैंडर्स की हत्या कर दी, अंग्रेजी बहरे शासन के कान खोलने के लिए केंद्रीय असेंबली में बम फेंका। उनको गिरफ्तार कर लिया गया। मुकदमा चला, उन्हें फाँसी की सजा सुनाई गई, उसी समय गाँधी इर्विन पैक्ट होने वाला था। देश की आवाज थी कि मांगपत्र में भगत सिंह व उनके साथियों की फाँसी की सजा रद्द की जाये का बिंदु शामिल किया जाये, लेकिन तत्कालीन नेतृत्व ने यह बिंदु सम्मिलित नहीं किया।ऐसा क्यों हुआ आज तक पता नहीं चल पाया।उनका बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा। विद्यालय की नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि भगत सिंह को 11घंटे पहले फाँसी दी गई,अंग्रेजी शासन उन्हें अति शीघ्र निबटाना चाहते थे, जिससे सशस्त्र क्रांति को कुचला जा सके, लेकिन अंग्रेजी शासन ऐसा कर नहीं पाया, उनकी मृत्यु के बाद 24मार्च 1931को लाहौर में 3किमी लम्बा जुलुस निकला, जिसमें लाखों भारतीयो ने प्रतिभाग किया, लेकिन जो लोग उस समय आजादी के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे, उन लोगों ने जुलुस में हिस्सा नहीं लिया, और भगत सिंह की मौत पर एक आंसू भी नहीं बहाया। उनकी शहादत सदैव वंदनीय रहेगी। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारतमाता व भगत सिंह के वंदन व अभिनंदन से हुआ। कार्यक्रम का संचालन विज्ञान शिक्षिका माया वर्मा ने किया। इस अवसर पर कृतिका वर्मा, सविता सिंह, अर्चना शुक्ला, रचना मिश्रा, अखिलेश वर्मा की सार्थक उपस्थिति रही।