(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी)लखीमपुर 20 सितंबर। शुक्रवार को अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार जिले के प्रभारी मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आबकारी एवं मद्य निषेध विभाग उप्र नितिन अग्रवाल ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा, एडीएम संजय कुमार सिंह संग जिले की तीन तहसीलों गोला, निघासन और धौरहरा के बाढ़, कटान प्रभावित गांवों में पीड़ितों का हालचाल लिया। राहत सामग्री देने के साथ ही हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल जिले में बाढ़ के हालात का जायजा लेने के उद्देश्य से सर्वप्रथम गोला तहसील के परिषदीय विद्यालय पूजागांव आषाढी पहुंचे, जहां उन्होंने पूजागांव आषाढी और करसोर गांव के बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर हालचाल जाना और खाद्यान्न किट भी प्रदान की। कहा कि इस विभीषिका में सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। सभी बाढ़ पीड़ितों को भोजन, शुद्ध पेयजल, दवा, सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने मुझे आपका दुख दर्द जानने यहां भेजा है। प्रभावित क्षेत्रों में हर प्रकार की सुविधा, सहायता प्रदान करने में कोई कमी नहीं रहेंगी। उन्होंने प्रभावितों से जाना कि उन्हें फसलों का मुआवजा और खाद्यान्न किट मिली है। जवाब आया हां, साहब मिली है। मंत्री के पूछने पर एसडीएम (गोला) विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में जुलाई माह में आई बाढ़ से प्रभावितो को अनुमन्य मकान क्षति संबंधी मुआवजा, कृषि निवेश प्रदान किया जा चुका है। मंत्री ने निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त घरों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा प्रदान किया जाए। कोई भी प्रभावित व्यक्ति मुआवजा से वंचित न रहने पाए। ग्रामीणों से पूछा पानी निकल गया। जी निकल गया। उन्होंने निर्देश दिया कि पूरे गांव में छिड़काव, साफ सफाई कराने के साथ-साथ गांव के प्रत्येक घर और परिवार के सदस्यों की मेडिकल स्क्रीनिंग कराई जाए। ग्रामीणों ने मांग की कि जिस बंधे पर हमने शरण ली वहा प्रकाश व्यवस्था की जाए। मंत्री ने अफसरों को समुचित प्रकाश व्यवस्था कराने को कहा। मंत्री ने कहा कि यदि डूब क्षेत्र के बाहर बसाने पर सहमति दें, तो कहीं और बसाया जाए। एसडीएम ने कहा कि ग्रामीणों को बसाने के लिए दरियापुर में जगह चिन्हित की गई है। प्रभावित परिवारों ने मंत्री से डूब क्षेत्र में बाढ़ बचाव कार्य कराए जाने की मांग की। मंत्री के पूछने पर एडीएम ने बताया कि सर्वे पूरा करते हुए सभी कच्चे, पक्के क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा एक सप्ताह में भेज दिया जाएगा।
इसके बाद प्रभारी मंत्री ने करीब 11.25 बजे निघासन तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव ग्रट नंबर 12 का दौरा कर पीड़ितों से बातचीत कर राहत सामग्री बांटी। यहां भी उन्होंने पीड़ितों को सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। सीएम आपकी समस्या को लेकर चिंतित हैं। उनके निर्देश पर आपसे मिलने, व्यवस्थाओं की पड़ताल करने के लिए यहां आया हूं। पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है। आश्वस्त किया कि सभी प्रभावितो को अनुमन्य सहायताएं अवश्य मिलेगी। प्रभावित इलाकों मेें शासन पीड़ितों की मदद करने मेें कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा।
उन्होंने मौजूद ग्रामीणों से संवाद करते हुए उनका दुख दर्द जाना। उन्होंने पूछा कि डूब क्षेत्र के बाहर बचाने को तैयार हो। इस पर प्रभावितों ने अपनी-अपनी राय रखी। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने विधायक शशांक वर्मा, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा ने एडीएम संजय कुमार सिंह, एसडीएम राजीव कुमार निगम की मौजूदगी में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए आठ मकान के स्वामियों को एक लाख बीस हजार मुआवजे की प्रतीकात्मक चेके दी। कहा कि चेक में अंकित धनराशि से संबंधित के खातों में भेज दी गई। वही मंत्री ने प्रभावित 850 लोगों को खाद्यान्न किट का वितरण किया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अफसरो संग कटान स्थल पर जाकर हालत देखे। उन्होंने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से बातचीत की, ग्रामीणों ने उन्हें कटान से होने वाले नुकसान के बारे में बताया।
माथुरपुर पहुंचे प्रभारी मंत्री, देखा कटान का हाल
प्रभावित परिवारों का जाना दुखदर्द, दिया भरोसा
इसके बाद प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल, विधायक शशांक वर्मा, डीएम, एसपी संग करीब 01.25 बजे तहसील धौरहरा के ग्राम माथुरपुर, मजरा सुजानपुर पहुंच कटान रोकने के लिए बाढ़खंड द्वारा कराए जा रहे फ्लड फाइटिंग कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया, संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान ईई बाढ़ खंड अजय कुमार ने नक्शे के माध्यम से पूरे परिदृश्य को रेखांकित किया। मंत्री ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से बातचीत की, ग्रामीणों ने उन्हें कटान से होने वाले नुकसान के बारे में बताया। ग्रामीणों ने मांग की कि आबादी के साथ-साथ खेतों के कटान को भी बचाया जाए। उन्होंने मौके पर मौजूद सिंचाई अधिकारियों से वार्ता कर माथुरपुरवा में घाघरा के कटान से पीड़ित किसानों की भूमि बचाने के लिए जरूरी कदम उठाने के संबंध में ईई (बाढ़खंड) को जरूरी निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने जनप्रतिनिधियों, प्रभावित जनमानस की मौजूदगी में कटान से बचाव हेतु सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार अफसरो को तात्कालिक काम कराने के निर्देश दिए। वही ग्रामीणों की मांग का तकनीकी परीक्षण करते हुए ग्रामसमूहों को बचाने के लिए दीर्घकालिक परियोजना बनाकर शासन एवं उन्हें प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ और कटान ग्रस्त क्षेत्रों में स्वयं पहुंचकर हम प्रभावित परिवारों से मिल रहे हैं और उनका दुख बांट रहे हैं। बाढ़ से पीड़ित लोगों की हर संभव सहायता के लिए प्रदेश सरकार पूरी तन्मयता के साथ कार्य कर रही है। सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ है।राशन किटों के माध्यम से परिवारों को राहत प्रदान की जा रही है। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने
कटान से प्रभावित अकबर, कल्लू, मोहन लाल,मोना, रामकिशुन, राम कुमेश, रंगीलाल, शौकत, संतोष को उनके खाते में भेजी भूमि कटान के लिए अनुमन्य सहायता की प्रतीकात्मक चेक प्रदान की।