(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां(खीरी) जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में अमेरिका में स्वामी विवेकानंद के उद्बोधन की 131वीं वर्षगाँठ भव्यता के साथ मनायी गयी।इस अवसर पर प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि विवेकानंद आधुनिक भारतीय राष्ट्रवाद के प्रेरणापुंज थे।वे भारतीय वेदांत,योग व दर्शन के प्रणेता थे।उन्होंने11सितंबर1893 को विश्व धर्म सम्मेलन में अमेरिका के शिकागो में एकत्रित यूरोप के लोगों को भारतीय संस्क्रति व सभ्यता का प्रत्यक्ष दर्शन कराया।उन्होंने कहा कि जिस तरह सभी नदियां अंत में समुद्र में आकर समाहित होती हैं, ठीक उसी प्रकार सभी विचार धाराएं अंत में भारतीय सनातन रूपी समुंदर में ही आकर मिलेंगी।उन्होंने अपने आराध्य रामकृष्ण परमहंस के कहने पर अपने सोये हुये स्वयं संवेद को जाग्रत कर लौकिक जगत से बाहर निकलकर अलौकिक परमसत्ता से साक्षात्कार किया।विद्यालय की नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि विवेकानंद भारतीय युवा शक्ति के शाश्वत आईकॉन हैं।उन्हीं की प्रेरणा से भारत की युवा पीढी को पल्ल्वित व पुष्पित किया जा सकता है।उनकी शिक्षाएं एक चरित्रवान, सक्षम व सम्रद्ध देश की आधारशिला हैं।कार्यक्रम का सफल संचालन विज्ञान शिक्षिका माया वर्मा ने किया।इस अवसर पर अर्चना शुक्ला, रचना मिश्रा, अखिलेश वर्मा,अतुल सिंह व निहाल की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।