(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां -खीरी दिनांक 05.09.2024 को दक्षिण खीरी वन प्रभाग की मोहम्मदी रेज के अन्तर्गत ग्राम इमलिया, घरथनियां एवं समीपवर्ती इलाकों में विचरण कर रहे बाघ को रेस्क्यू हेतु लोकलाइज कर लिया गया है। बाघ को लोकलाइज करने के उपरान्त प्रभावित क्षेत्र को आइसोलेट कर दिया गया है। रेस्क्यू के लिए गठित टीमें उक्त क्षेत्र की 24 घंटे निगरानी कर रही हैं। अनुकूल परिस्थियों में तत्काल बाघ को ट्रैक्यूलाइज कर पकड़ लिया जायेगा। मौके पर वनकर्मियों द्वारा 24 अदद् कैमरे ट्रैप एवं 02 अदद् ड्रोन कैमरे की मदद बाघ के मूवमेंट की जानकारी जुटा रहे हैं।
बाघ प्रभावित ग्रामों में मानव वन्यजीव संघर्ष के दृष्टिगत श्री अभिषेक कुमार, मुख्य विकास अधिकारी खीरी द्वारा वन अधिकारियों की उपस्थित में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में ग्राम पंचायतों में विकास के कार्यदायी विभागों के साथ समस्त खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी दक्षिण खीरी वन प्रभाग द्वारा मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने हेतु विकास के समस्त अधिकारियों से सहयोग की अपील की। बैठक में डब्लू0डब्लू0एफ0 के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी ने संघर्ष के कारकों एवं नियंत्रण हेतु जानकारी दी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बैठक में पंचायती राज विभाग को वन्यजीव प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों के लिए शौचालय और आवास निर्माण हेतु निर्देशित किया। उन्होंने ग्रामों में प्रकाश व्यवस्था व्यवस्था हेतु सोलर लाइटों की स्थापना कराने का आष्वासन दिया। वहीं विपिन कुमार चौधरी, श्रमायुक्त मनरेगा ने वन क्षेत्रों से वन्यजीवों के निकलने से रोकने हेतु वन क्षेत्र एवं कृषि क्षेत्र की सीमा पर सुरक्षा नाली खोदने हेतु पंचायतों को बजट उपलब्ध कराने हेतु बात कही। उन्होने सीमा नाली के निर्माण के लिए प्रभावित ग्राम चिन्हित किये जा रहे हैं। समस्त कार्यदायी विभाग जनपद में जनमानस एवं वन्यजीव सुरक्षा के दृष्टिगत पंचायत स्तर पर विद्यालयों, चौपालों एवं नुक्कड़ों पर जनजागरूकता अभियान चलाने में सहयोग करेंगे।
(संजय कुमार बिश्वाल)
प्रभागीय वनाधिकारी
दक्षिण खीरी वन प्रभाग