(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर 05 अगस्त। सोमवार को अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री (प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले) एवं जिले के प्रभारी मंत्री आशीष पटेल जनपद लखीमपुर खीरी पहुंचे, उनके जनपद आगमन पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व एसपी गणेश प्रसाद साहा ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।
प्रभारी मंत्री आशीष पटेल ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की, संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए। बैठक में विधायक विनोद शंकर अवस्थी, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा, डीएफओ सौरीष, सीडीओ अभिषेक कुमार, एडीएम संजय सिंह, एएसपी पवन गौतम सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। बैठक का संचालन सीडीओ अभिषेक कुमार ने किया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी अफसर सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं सहित अच्छे कामों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संकल्पित होकर काम करें। जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ केंद्र व प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाएं।
विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने अफसरो से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत का शेड्यूल जाना और जनप्रतिनिधियों से क्रॉस चेक किया। एक्सईएनवार जाना कि गत माह कितने ट्रांसफार्मर फुंके और कितने 48 घंटे के भीतर परिवर्तित हुए। इसपर ईई विद्युत वितरण खंड प्रथम शैलेंद्र कुमार ने मोबाइल से उत्तर देने का प्रयास किया। इसपर मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए बैठक से बाहर भेज दिया और उनका स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। सीडीओ को निर्देश दिए कि जुलाई माह में जिले में शेड्यूल के सापेक्ष वास्तविक आपूर्ति कितनी हुई। इसे स्वयं चेक करे। बिजनेस प्लान में स्वीकृत कार्यों की जानकारी जनप्रतिनिधियों को अवश्य दें।
मंत्री ने डीएफओ से वृक्षारोपण अभियान की प्रगति जानी। निर्देश दिए कि विधायकगण एवं एमएलसी से अनुरोध कर उनकी निधि से ट्री गार्ड ले, और उनके क्षेत्र के किसी एक मार्ग पर उनकी मां की स्मृति और सौजन्य से पौध व ट्री गार्ड लगवाएं। जेजेएम की समीक्षा के दौरान ईई वाईके नीरज ने परियोजनाओं की प्रगति बताई। सीडीओ को निर्देश दिए कि अलग-अलग ब्लॉक की 10 परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर उन्हें रिपोर्ट भेजें। मंत्री के पूछने पर सीएमओ ने बताया जिले में 16 सीएचसी, 62 पीएससी, 583 सब सेंटर हैं। उन्होंने बीमारियों की रोकथाम को स्वास्थ्य महकमें की ओर से किए जाने वाले प्रयास गिनाए।
सड़कों की समीक्षा के दौरान ईई अनिल यादव ने बताया कि बाढ़ के दौरान पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड प्रथम व तृतीय के तहत 185 मार्गो के ऊपर से पानी चला। 57 सड़कों पर पानी निकलने से कोई क्षति नहीं हुई। लो-लैंड की 19 सड़कों पर अब भी पानी चल रहा है। मंत्री ने सुझाव दिया कि इन सड़कों को सीसी रोड बनाने का प्रस्ताव पर विचार करे। कार्ययोजना बनाने में जनप्रतिनिधियों की सहमति अवश्य ली गई, इसकी मौजूद विधायक से पुष्टि की। बैठक में पीडब्लूडी अफसरों ने कार्ययोजना पढ़कर सुनाई। मंत्री ने निर्देश दिए कि जो कार्ययोजना भेजी गई, आज ही उसकी सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करा दे।
बाढ़ की समीक्षा के दौरान ईई बाढ़खंड अजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष 11 कटावरोधी परियोजनाएं बनाई गई। जिले में बाढ़ के दौरान 15 स्थलों पर फ्लड फाइटिंग का कार्य भी किया गया। विधायक धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी ने बाढ़ कटान के बचाव के लिए हुए कामों पर संतोष जताया। डीपीआरओ को निर्देश दिए कि डीएम-सीडीओ के मार्गदर्शन में 02 माह के भीतर सामुदायिक शौचालय की क्रियाशीलता का एक मॉडल विकसित करें, जो प्रदेश के लिए मिशाल बने। डीपीआरओ ने सफाई कर्मियों की उपलब्धता और इस वर्ष बनने वाले 18 अंतेष्टि स्थलों की प्रगति बताइ।
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कानून व्यवस्था के संबंध में जरूरी जानकारी दी। सीडीओ अभिषेक कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को सरकारी किट के अलावा डीएम के मार्गदर्शन में सामाजिक संगठनों के सहयोग से विशेष किट तैयार कराई गई है। इस किट के अंदर मच्छरदानी, छाता, टॉर्च मय बैटरी, दो सेनेटरी पैड पैकेट, गर्म पानी रखती हेतु 02 लीटर का थर्मस शामिल है। जिसका वितरण कराया जा रहा है। प्रभारी मंत्री ने इस नवाचार के लिए जिला प्रशासन की प्रशंसा की।
समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने मौजूद जनप्रतिनिधियों से योजनाओं पर उनका फीडबैक भी जाना। अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय रखते हुए विकास की गति को बनाये रखें। बैठक के अंत में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने प्रभारी मंत्री व जनप्रतिनिधियों का आभार ज्ञापित करते हुए जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बैठक के माध्यम से प्राप्त हुए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें।