(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी लखीमपुर 22 सितंबर। खीरी में समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पर दर्ज जन समस्याओं के त्वरित समाधान में लापरवाही बरतने वाले सात अधिकारियों पर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कारण बताओं नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया।
डीएम ने बताया कि आईजीआरएस एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन शिकायती संदर्भों की समीक्षा स्वयं मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता पर की जाती है। शासन ने आईजीआरएस पोर्टल पर जन शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करने के निर्देश हैं एवं कोई भी संदर्भ डिफाल्टर श्रेणी में लंबित नहीं हो और असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त संदर्भों का गुणवत्तापरक निस्तारण शिकायतकर्ता से सम्पर्क करके शिकायतकर्ता की असंतुष्ट होने एवं संतुष्ट होने की स्थिति के संबंध में स्पष्ट रूप से उल्लेख करते हुए यदि शिकायतकर्ता असंतुष्ट है तो उसका कारण अभिलिखित करते हुए आख्या प्रेषित की जाए। परन्तु उपायुक्त मनरेगा, बीएसए, डीआईओएस, जिला समाज कल्याण अधिकारी, एक्सईएन (विद्युत) मोहम्मदी, एडीओ (पंचायत), ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक ने IGRS के समयबद्ध निस्तारण में लापरवाही बरती और परिणामस्वरूप जनपद की आईजीआरएस मासिक ग्रेडिंग प्रभावित होती है।
डीएम ने जारी कारण बताओं नोटिस में उल्लेखित किया है कि प्रायः संबंधित अफसरो के लॉगिन में संदर्भ नियत तिथि तक निस्तारण के लिए लंबित रहते हैं और नियत तिथि पर ही निस्तारण किया जाता है, जिससे सरसरी और गुणवत्ताहीन निस्तारण की पूर्ण संभावना रहती है। यह अत्यन्त खेदजनक है। इसके पूर्व भी कई बार नोटिस निर्गत कर निर्देश दिये जाने के बावजूद कार्यप्रणाली में सुधार नहीं लाया गया।
डीएम ने अंतिम रूप से चेतावनी देते हुए निर्देशित किया कि यदि भविष्य में यदि संबंधित अफसरों का कोई भी संदर्भ नियत तिथि पर निस्तारण के लिए लंबित रहता है अथवा संदर्भ डिफाल्टर श्रेणी में लंबित मिला तो संबंधित को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए विभागीय कार्यवाही हेतु उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाए। जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व आपका होगा।