(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी स्वदेश सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज महराजगञ्ज मेंमासान्त आचार्य दक्षता वर्ग सम्पन्न हुआ। शिक्षण कार्य शैली में परिष्कार हो, प्रत्येक विद्यालयी कार्य में कौशल्य प्राप्त हो, वाणी व्यवहार में निपुणता आए। इस उद्देश्य को लेकर अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान विद्या भारती के निर्देशानुसार स्वदेश सरस्वती शिशु मन्दिर एवं विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज दोनों इकाइयों के आचार्यों का दक्षता वर्ग सम्पन्न हुआ। दोनो विद्यालयों के 21 आचार्य एवं 6 आचार्या भगिनी ने सहभागिता की। कार्यक्रम का शुभारम्भ शिशु मन्दिर प्रधानाचार्य दिनेश जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण वर्ग में वन्दना श्रीमती सीमा जी ने कराई। लघु कथा शिशु मन्दिर की आचार्या बहन ने कही। आचार्य अशोक जी ने भारत वन्दना का भावार्थ समझाया। आंग्ल भाषा में वरिष्ठ आचार्य कल्याण श्रीवास्तव ने वाच्य परिवर्तन विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से समझाए। प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने रक्त के घटकों का व्याख्यान किया , उत्तल अवतल आदि को माइक्रो टीचिंग द्वारा समझाते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर विभिन्न विषयों को अन्तर सम्बन्धित सामंजस्य के साथ आपस में अन्योन्याश्रित प्रदर्शित करते हुए शिक्षण किया। विद्या भारती द्वारा निर्धारित योग, व्यायाम, आसन का अभ्यास विद्या मन्दिर के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने एवं वन्दना पूर्व गीत का अभ्यास शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य दिनेश जी ने कराया। अन्त में वरिष्ठ आचार्य कल्याण जी ने सभी का धन्यवाद किया। सभी के सुख की कामना के निमित्त कल्याण मन्त्र के साथ वर्ग का समापन हुआ।